जयपुर। उच्च शिक्षा विभाग की प्रवेश प्रक्रिया में अब बदलाव की कवायद चल रही है। तीन साल पहले शुरू किए गए पर्सेंटाइल फॉर्मूले को अब खत्म करने की पूरी तैयारी कर ली है। ऐसे में नए शैक्षणिक सत्र 2017-18 में नए फॉर्मूले के तहत प्रवेश प्रक्रिया देखने को मिल सकती है। ऐसे में यह प्रक्रिया शुरू होने के बाद से प्रवेश पर सवाल उठने लग गए और अब इसमें बदलाव किया जाएगा, जिससे की सीबीएसई के छात्र राज्य में ही पढ़ाई कर सके। पर्सेंटाइल सिस्टम लागू होने के बाद से राजस्थान के छात्र दूसरे राज्य में पढ़ाई के लिए अधिक जा रहे हैं। दरअसल इस सिस्टम में 90 फीसदी अंक होने के बाद भी सीबीएसई के छात्रों को प्रवेश नहीं मिलता था। इसमें करीब 80.20 का अनुपात से प्रवेश होता था और अधिक अनुपात राज्य बोर्ड का होता था। प्रदेशभर के करीब 210 से अधिक सरकारी कॉलेज और राजस्थान यूनिवर्सिटी के संगठक कॉलेजों में दाखिला होता है।
आरबीएसई विद्यार्थियों को मिला फायदा तो सीबीएसई के छात्र पढ़ाई के लिए जाने लगे राज्य से बाहर
बनाई कमेटी
पर्सेंटाइल सिस्टम को राजस्थान बोर्ड के छात्रों को फायदा देने के लिए लागू किया, लेकिन इसमें सीबीएसई छात्रों की पीड़ा बढ़ गई। इस दौरान जो समस्या पहले राजस्थान बोर्ड के छात्रों के साथ थी वह अब सीबीएसई के साथ हो रही है। पहले राज्य बोर्ड के छात्र प्रवेश के झूजते थे और अब सीबीएसई के छात्र झूज रहे है। इससे निजात पाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने एक कमेटी बनाई है।
बच्चों का नहीं होगा नुकसान
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि पर्सेंटाइल योजना राजस्थान बोर्ड के बच्चों को फायदा पहुंचाने के लिए की गई थी, लेकिन इसका नुकसान देखने को मिला। उच्च शिक्षा विभाग ने सिस्टम को लेकर एक कमेटी का गठन किया है। माहेश्वरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं की प्रवेश में कोई ऐसा बीच का रास्ता निकाला जाए, जिससे ना राजस्थान बोर्ड के बच्चों को नुकसान हो और ना ही सीबीएसई के बच्चों का।
आरबीएसई विद्यार्थियों को मिला फायदा तो सीबीएसई के छात्र पढ़ाई के लिए जाने लगे राज्य से बाहर
बनाई कमेटी
पर्सेंटाइल सिस्टम को राजस्थान बोर्ड के छात्रों को फायदा देने के लिए लागू किया, लेकिन इसमें सीबीएसई छात्रों की पीड़ा बढ़ गई। इस दौरान जो समस्या पहले राजस्थान बोर्ड के छात्रों के साथ थी वह अब सीबीएसई के साथ हो रही है। पहले राज्य बोर्ड के छात्र प्रवेश के झूजते थे और अब सीबीएसई के छात्र झूज रहे है। इससे निजात पाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने एक कमेटी बनाई है।
बच्चों का नहीं होगा नुकसान
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि पर्सेंटाइल योजना राजस्थान बोर्ड के बच्चों को फायदा पहुंचाने के लिए की गई थी, लेकिन इसका नुकसान देखने को मिला। उच्च शिक्षा विभाग ने सिस्टम को लेकर एक कमेटी का गठन किया है। माहेश्वरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं की प्रवेश में कोई ऐसा बीच का रास्ता निकाला जाए, जिससे ना राजस्थान बोर्ड के बच्चों को नुकसान हो और ना ही सीबीएसई के बच्चों का।