
गंगापुरसिटी. सर्व शिक्षा अभियान की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश में आवासीय शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों में शिक्षक बंक नहीं मार सकेंगे। शिविरों में बायोमेट्रिक्स मशीन से उपस्थिति दर्ज की जाएगी। शिविर 15 मई से शुरू होंगे। इस सत्र में ग्रीष्मकालीन शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों को आवासीय किया गया है। ऐसे में शिक्षकों को प्रशिक्षण स्थल पर ही ठहरना होगा। शिविर में शिक्षकों की दो बार उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से दर्ज की जाएगी। बायोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद के आयुक्त ने गत दिनों वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में सर्व शिक्षा अभियान अधिकारियों को निर्देश दिए।
ये है निर्देश
आयुक्त योगाराम ने पीईईओ को एसएमसी की 10 मई तक शत प्रतिशत फीडिंग करने, नोडल व शिक्षकों को अलग-अलग वॉट््सअप ग्रुप बनाने व 15 मई तक स्कूल मॉनिटरिंग की फीडिंग पूरी करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर संचालित पूर्व प्राथमिक शिक्षा के प्रभावी संचालन के लिए पर्यवेक्षण व प्राथमिक शिक्षा को लेकर निर्देश दिए गए।
इसलिए पड़ी जरूरत
शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों के दौरान समय-समय पर राज्य स्तरीय टीम की ओर से निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों के गायब होने की बात सामने आई थी। प्रशिक्षण के लिए निर्धारित रजिस्टर में कुछ शिक्षकों के हस्ताक्षर होने के बावजूद वे शिविर स्थल पर मौजूद नहीं रहते थे। ऐसे में शिकायत भी मिलती थी कि प्रशिक्षण में कुछ शिक्षक एक-दूसरे के हस्ताक्षर करते हैं। इस बार परिषद ने ऐसी शिकायतों का तोड़ निकालते हुए बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था की है।
शिविरों में अब बायोमेट्रिक्स मशीन से उपस्थिति दर्ज की जाएगी। यह उपस्थिति दिन में दो बार होगी। पहली सुबह सात से आठ बजे तक व दूसरी उपस्थिति शाम आठ से नौ बजे के बीच होगी।
-मनमोहन दाधीच, एडीपीसी, सर्व शिक्षा अभियान, सवाईमाधोपुर