Sunday, April 23, 2017

Praveen Singh

रैंकिंग दो अंक गिरी तो शिक्षा अधिकारी हुए सचेत

सिरोही ।
एक तरफ माध्यमिक शिक्षा विभाग नए सत्र की तैयारी में जोर-शोर से जुटा है, वहीं माध्यमिक शिक्षा परिषद की रिपोर्ट ने सिरोही के शिक्षा अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। 18 बिंदुओं पर जारी रिपोर्ट में चार तो ऐसे हंै जिनमें जिले की प्रगति रिपोर्ट नगण्य है। ऐसे में इसका नतीजा रैंकिंग के रूप में भुगतान पड़ा है। मार्च में 
सिरोही को शिक्षा के क्षेत्र में 20वीं रैंकिंग मिली जबकि फरवरी में 18वीं थी। दो रैंक गिरने के बाद शिक्षा अधिकारियों में भी खलबली मची हुई है। अब शिक्षा अधिकारियों ने अप्रेल की रंैकिंग सुधारने के लिए 18 बिंदुओं पर मंथन शुरू कर दिया है।
न पैसा लिया और 
न ही बैठक हुई
मार्च में रैंकिंग गिरने के बड़े कारण स्कूलों द्वारा सांसद, विधायक, जनसहयोग, भामाशाह आदि से पर्याप्त पैसा ही नहीं लेना और उपखंडअधिकारी की अध्यक्षता में ब्लॉक स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक नहीं होना बताया जा रहा है। आंगनबाड़ी को स्कूलों में मर्ज करना था। अभी तक जिले में 13 आंगनबाड़ी ही मर्ज हुई थीं। इसके बाद जो मर्ज हुईं, उसकी रिपोर्ट अपडेट नहीं की। सबसे बड़ी लापरवाही एसडीएमसी के मामले में की गई। इनको पैनकार्ड लेकर इनकम टैक्स में छूट के लिए रजिस्टेशन करवाना था ताकि कोई दानदाता पैसा दें तो एपीजी में लाभ मिले सके, लेकिन सिरोही जिले की रिपोर्ट शून्य है। जिले में सरकारी, संस्कृत व मॉडल स्कूल करीब 220 हैं। केवल देरोल मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य दीपचन्द्र ने 80जी पंजीयन करवाया हुआ है।
अब यह प्लान
- आंगनबाड़ी के नियमित निरीक्षण के साथ कुछ का मॉडल के रूप में चयन करना और अन्य पीईईओ को विजिट करवाना।
- एसआईक्यूई (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहल) की समझ बनाने तथा अच्छे विद्यालयों का चयन करने, इसकी क्रियान्विति को लेकर अन्य की विजिट करवाना।
- क्लिक योजना के संचालन के लिए पोर्टल से एमओयू की प्रति डाउनलोड कर शीघ्र कार्य  करवाना।
- विद्यालय विकास/खेल मैदान आवंटन, वाउण्डीवॉल आदि जनसहयोग एवं मनरेगा सहित अन्य योजनाओं में करवाना। सांसद व विधायक मद से भी राशि जुटाना।
मूल्यांकन में 
इनका समावेश
- नामांकन वृद्धि (माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय)
- बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन
- उपचारात्मक शिक्षण, आदर्श विद्यालयों में विद्युतीकरण।
- आदर्श विद्यालयों में खेल मैदान की उपलब्धता व आदर्श विद्यालयों में मनरेगा के तहत विकास।
- आदर्श विद्यालयों में रमसा/मनरेगा के अतिरिक्त अन्य स्कीमों से भौतिक विकास के लिए प्राप्त बजट लेना।
- आदर्श विद्यालयों में आईसीटी लैब की उपलब्धता, ब्रॉडबैंड इंटरनेट की उपलब्धता।
- स्कूलों में सेनेटरी नेपकिन डिस्पेन्सर/इंसीनरेटर कीस्थापना।
- जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी बैठक, जिला सलाहकार समिति की बैठक।
- आंगनबाडिय़ों के स्कूलों में विलय, विद्यालय विकास योजना, 80जी पंजीयन कराना।
इनका कहना...
जयपुर में आयोजित समीक्षा बैठक में विभागीय कार्यों के आधार पर रिपोर्ट आई है। इसमें सिरोही रैंकिंग में दो स्थान लुढ़का है। कमियों को दूर कर अप्रेल में टॉप टेन में स्थान बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
-चन्द्रमोहन उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सिरोही

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