
चूरू
प्रशिक्षण में अनुपस्थिति शिक्षकों पर भारी पड़ सकती है। यदि वे ऐसा करते हैं तो उनकी वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी।
इस संबंध में सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं। यही नहीं अनुपस्थित रहने पर प्रशिक्षण के दौरान मिलने वाला वेतन भी रोक दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण में उपस्थित होकर प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा।
15 मईसे 17 जून तक ब्लॉकवार चलने वाले आवासीय प्रशिक्षण में 3 हजार 953 शिक्षक भाग लेंगे। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को दो बार हाजिरी लगानी होगी। बायोमेट्रिक मशीन से सुबह और शाम को हाजिरी लगानी होगी। प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षक के खिलाफ विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक डाईट प्राचार्य नारायणलाल राव की अध्यक्षता में हुई। इसमें डीईओ प्रारंभिक तेजपाल उपाध्याय, एडीपीसी एसएसए बजरंगलाल सैनी, सीसीई प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा, एपीसी आरटीई डा.कमल शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी शमशेर खान, बीईईओ संतोष महर्षि, राजेश चुलेट, रामनिवास घोटिया, सुखदेव ढाका, पुष्पलता मंडलार सहित संदर्भ व्यक्ति भी मौजूद थे।
प्रशिक्षण में दिए निर्देश
एसएसए कार्यालय में मंगलवार को हुई तैयारी बैठक में शिक्षकों को प्रशिक्षण की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। इसमें ब्लॉक के समस्त बीईईओ को जिम्मेदारियां सौंपी। प्रशिक्षण प्रभारी अशोक शेखावत ने बताया कि प्रशिक्षण छह दिन के होंगे। इसमें सभी को विषयगत भाग लेना अनिवार्य होगा।
...बीतेगी छुटिटयां
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सख्त हुई सरकार के निर्णय के बाद अब शिक्षकों को अपनी छुटिटयां प्रशिक्षण शिविर में ही बीतानी पड़ेगी। प्रशिक्षण में इनको अनिवार्यरूप से उपस्थित होना होगा।
''जो शिक्षक प्रशिक्षण में भाग नहीं लेगा उसकी वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी। इस संबंध में सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं।शिक्षकों को प्रशिक्षण में बायोमेट्रिक मशीन से सुबह और शाम को दो बार हाजिरी लगानी जरूरी होगी। इस संबंध में सभी को अवगत करा दिया गया है।''
सुरेन्द्र शर्मा, प्रशिक्षण प्रभारी, चूरू