
अजमेर। । स्कूलों द्वारा अभिभावकों को मनचाही दुकान से किताबें-ड्रेस खरीदने का दबाव बनाने को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गंभीरता से लिया है। बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दबाव नहीं बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिकायतों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।सीबीएसई के उप सचिव (संबद्धता) के. श्रीनिवासन ने सभी स्कूल को जारी पत्र में लिखा है कि स्कूल का उद्देश्य शिक्षा देना है। शैक्षिक संस्थाओं का वाणिज्यिक गतिविधियों में लिप्त रहना गलत है। स्कूल अपने परिसर या किसी विशेष दुकान से किताबें-कॉपी, ड्रेस, जूते, मौजे बेचने, खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकते।स्कूल रखें इनका ध्यान -नियम 19.1 (दो) के तहत स्कूल अपने परिसर अथवा विशेष दुकान के सहारे कोई वाणिज्यिक गतिविधि का संचालन नहीं कर सकते।-बोर्ड ने कक्षावार एनसीईआरटी और सीबीएसई की किताबें निर्धारित की हैं। इनके अतिरिक्त अन्य प्रकाशकों की किताबें नहीं पढ़ाई जा सकती। बोर्ड को इस मामले में देशभर से शिकायतें मिली हैं।-स्कूल प्रबंधन को मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सीबीएसई के नियमों की पालना करनी जरूरी होगी।